Old Pension Scheme Update 2024: पुरानी पेंशन की बहाली के लिए कर्मचारियों की मांग तेज़, काली पट्टी बांधकर कर रहे UPS का विरोध
Old Pension Scheme Update 2024: केंद्र सरकार नें पिछले सप्ताह पुरानी पेंशन योजना की बहाली की जगह एनपीएस में सुधार करके एक नई पेंशन योजना (यूनिफाइड पेंशन स्कीम यानी यूपीएस) को लागू करने का ऐलान किया था। बड़े कर्मचारी संगठनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर यूपीएस का विरोध जताया है। एनएमओपीएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु ने OPS के लिए 2 सितंबर से 6 सितंबर तक एक अभियान शुरू किया है।
इस अभियान के अंतर्गत पूरे देश के शिक्षक व कर्मचारी काली पट्टी बांधकर काम करेंगे। इस अभियान का उद्देश्य सरकार को एक ताना मारना है। विजय बंधु का कहना है कि केंद्र सरकार को किसी भी हालत में यूपीएस-एनपीएस हटाकर दोबारा से पुरानी पेंशन योजना की बहाली करनी होगी। उनके मुताबिक सभी प्रदेशों में सरकारी कर्मचारी काली पट्टी बांधकर काम करेंगे और सरकार से आग्रह करेंगे की ओल्ड पेंशन स्कीम (Old Pension Scheme Update 2024) को लागू किया जाए।
OPS के लिए पूरा कर्मचारी समुदाय हुआ एक
Old Pension Scheme Update 2024: पदाधिकारी का कहना है कि कर्मचारियों का एक जुट होना ही इस आंदोलन की ताकत है। पेंशन की लड़ाई हर एक कर्मचारी की लड़ाई है। OPS की मांग को लेकर पूरा कर्मचारी समुदाय एकजुट हो गया है। वे सभी OPS की बहाली के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनका कहना है कि एनपीएस और यूपीएस दोनों ही छलावा है। पुरानी पेंशन योजना (Old Pension Scheme Update 2024) ही सामाजिक सुरक्षा की मजबूत गारंटी है।
विजय कुमार बंधु ने इसके लिए प्रधानमंत्री को एक पत्र भी लिखा है। उन्होंने कहा है कि देश के एक करोड़ से अधिक शिक्षक, कर्मचारी व अधिकारी बाज़ार आधारित और विसंगति पूर्ण एनपीएस व्यवस्था के दुष्परिणाम झेल रहे हैं। कर्मचारी अपनी सेवा निवृत्ति के बाद इस व्यवस्था में अपने जीवन के गुज़र बसर के लिए परेशान हैं।
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UPS के ऐलान से भारी रोष
Old Pension Scheme Update 2024: एनपीएस में जो पेंशन दी जा रही थी वह पर्याप्त नहीं थी। पूरे देश के कर्मचारी व केंद्रीय अर्ध सैनिक बलों के जवान ओल्ड पेंशन की बहाली की मांग कर रहे थे। इसी बीच केंद्र सरकार नें पुरानी पेंशन की बहाली ना करके एक नई पेंशन योजना यूनिफाइड पेंशन स्कीम लाने की घोषणा कर दी। इस नई योजना में जो प्रावधान हैं, उन्हें लेकर कर्मचारियों में भारी रोष दिखाई दे रहा है।
अभी तक यूनिफाइड पेंशन स्कीम से जुड़ी हुई जो भी जानकारी प्राप्त हुई है, उसके अनुसार ये एनपीएस से भी ज़्यादा ख़राब है। इसमें शिक्षकों कर्मचारियों का अधिकारियों को मिलने वाले बेसिक पे और डीए के वेतन का दसवां भाग सरकार कटौती के नाम पर ले रही है। 29 अगस्त को लिखे अपने पत्र में उन्होंने बताया है कि इस कटौती के ज़रिए वो रकम सरकार अपने पास रखेगी और कर्मचारियों को नहीं मिलेगी।
Old Pension Scheme Update 2024: पुरानी पेंशन क्यों है बेहतर?
Old Pension Scheme Update 2024: पुरानी पेंशन की व्यवस्था में यदि कोई कर्मचारी शैक्षिक सेवा निवृत्ति लेता है तो उसकी पेंशन सेवा निवृत्ति की तारीख़ से शुरू कर दी जाती थी लेकिन यूपीएस में उसे अब 60 वर्ष के बाद पेंशन देने की बात कही गई है। इसी तरह उन्होंने कहा है कि यूपीएस में कई सारी विसंगतियां हैं। उनका कहना है कि यह व्यवस्था किसी भी हालत में OPS की जगह नहीं ले सकती है।
अभी देश के सभी कर्मचारी पुरानी पेंशन योजना की बहाली की मांग कर रहे हैं क्योंकि लोक कल्याणकारी राज्य में सामाजिक सुरक्षा सरकार की ज़िम्मेदारी है। बंधु ने इसी सप्ताह सोशल मीडिया पर पेंशन स्कीम (Old Pension Scheme Update 2024) की बहाली के लिए एक अभियान शुरू किया था जो ट्रेंड भी कर गया था। अब इसके बाद से सरकारी कर्मचारियों का आंदोलन और भी बड़ा रूप लेने की तैयारी कर रहा है, जिसका नेतृत्व विजय कुमार बंधु कर रहे हैं।
राजघाट पर होगा विरोध
Old Pension Scheme Update 2024: केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए एनपीएस में सुधार करके लाए गए यूनिफाइड पेंशन स्कीम को लेकर सरकारी कर्मचारियों में आक्रोश का माहौल कम नहीं हो रहा है। अलग-अलग सरकारी कर्मचारी संगठन पुरानी पेंशन योजना की बहाली को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। एनएमओपीएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु ने कहा है कि दिल्ली में राजघाट पर हज़ारों कर्मचारियों के साथ विरोध प्रदर्शन करेंगे क्योंकि यह कर्मचारियों के हितों की लड़ाई है।
उनका मानना है कि केंद्र सरकार ने यूपीएस को लागू करने का फ़ैसला लेकर कर्मचारियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। वे यह भी कह रहे हैं कि यूपीएस से सरकारी कर्मचारी बिल्कुल भी खुश और संतुष्ट नहीं है।
योगी सरकार नें लागू की ओल्ड पेंशन स्कीम
Old Pension Scheme Update 2024: यूपी की योगी सरकार ने राज्य के पुलिस कर्मियों के लिए पुरानी पेंशन योजना को चुनने का विकल्प जारी कर दिया है। इसको लेकर एक निर्देश भी जारी हो चुका है, जिसके तहत 28 मार्च, 2005 से पूर्व नियुक्त हुए पुलिसकर्मी राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली की जगह पर पुरानी पेंशन योजना का विकल्प चुन सकते हैं। हालाँकि, पुरानी पेंशन योजना को चुनने के लिए आपको कुछ शर्ते भी माननी होंगी। एक बात ध्यान देने वाली यह भी है कि यह पुरानी पेंशन स्कीम सभी पुलिस कर्मियों के लिए उपलब्ध नहीं है।
क्या हैं निर्देश?
Old Pension Scheme Update 2024: योगी सरकार का यह नया फ़ैसले पुलिस कर्मियों की ओल्ड पेंशन स्कीम की मांग को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। इस योजना का लाभ लेने के लिए पुलिस कर्मियों को 31 अक्टूबर तक अपना विकल्प चुन लेना है। एक बार विकल्प चुनने के बाद यह आख़िरी विकल्प होगा और इसके बाद किसी भी तरीके के बदलाव को स्वीकार नहीं किया जाएगा।
अंशदान की कटौती कब होगी बंद?
Old Pension Scheme Update 2024: आदेश जारी होने के अगले महीने की सैलरी से ही अंशदान पर नियोक्ता अंशदान जो एनपीएस के तहत की जाती थी उसकी कटौती को बंद कर दिया जाएगा। जो भी कर्मचारी पुरानी पेंशन योजना का चुनाव करेंगे, उनके एनपीएस खाते को 30 जून, 2025 से बंद कर दिया जाएगा। राष्ट्रीय पेंशन पेंशन प्रणाली के तहत खातों में जमा कर्मचारियों का अंशदान उनके जीपीएफ खाते में जमा कर दिया जाएगा और राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली के तहत खातों में जमा सरकारी अंशदान राजकोष में जमा हो जाएगा। राज्य के पुलिसकर्मी काफ़ी समय से पुरानी पेंशन स्कीम का लाभ लेने की मांग कर रहे थे। केंद्र सरकार इन कर्मचारियों को पहले ही यह सुविधा दे चुकी है।
OPS, NPS और UPS में क्या है अंतर?
Old Pension Scheme Update 2024: ओल्ड पेंशन स्कीम के तहत कर्मचारियों के वेतन की आधी रकम पेंशन के रूप में दी जाती थी। इस स्कीम में पेंशन के लिए कर्मचारियों के वेतन से कोई भी पैसा नहीं कटता था और पेंशन की राशि का सारा भुगतान सरकार के राजकोष से किया जाता था। ओल्ड पेंशन स्कीम में 20 लाख रुपए तक ग्रेच्युटी की रकम मिलती थी। वहीं अगर नई पेंशन स्कीम की बात करें तो कर्मचारियों की बेसिक सैलरी और डीए का 10% हिस्सा इस पेंशन स्कीम में कटता है।
नई पेंशन स्कीम शेयर बाज़ार पर आधारित है इसीलिए इसे सुरक्षित नहीं माना जाता है। इसमें 6 महीने बाद बनने वाले महंगाई भत्ते का भी कोई प्रावधान नहीं है और रिटायरमेंट के बाद निश्चित पेंशन की गारंटी भी नहीं मिलती है। पुरानी पेंशन स्कीम में किसी रिटायर्ड कर्मचारी की मृत्यु के बाद उनके परिवार के जनों को पेंशन की रकम दी जाती थी। ओल्ड पेंशन स्कीम में जनरल प्रोविडेंट फंड का भी प्रावधान देखने को मिलता था और हर 6 महीने के बाद मिलने वाले महंगाई भत्ते का लाभ भी दिया जाता था।
नई पेंशन स्कीम क्योंकि शेयर बाज़ार पर आधारित है इसीलिए यहाँ पर पेंशनर्स को टैक्स भी देना पड़ता है। इस स्कीम की बुरी बात यह भी है कि रिटायरमेंट पर पेंशन पाने के लिए एनपीएस फंड के 40 फ़ीसदी पैसे को शेयर बाज़ार में निवेश करना होता है। उसके बाद शेयर बाज़ार से प्रॉफिट मिलने पर ही आपको पेंशन के रकम दी जाती है।
यूपीएस की पांच सबसे बड़ी और खास बातें
- यूनिफाइड पेंशन स्कीम के तहत कर्मचारियों को रिटायरमेंट से पहले के 12 महीनों की बेसिक सैलरी के औसत का 50 फ़ीसदी एश्योर्ड पेंशन के रूप में दिया जाएगा। किसी कर्मचारी ने यदि 25 साल तक सर्विस की है तो उसे यह पेंशन मिलेगी। 25 साल से कम और 10 साल से अधिक सर्विस है तो पेंशन की रकम इससे कम होगी।
- 10 साल की न्यूनतम सर्विस पूरी होने पर एश्योर्ड मिनिमम पेंशन ₹10,000 प्रति महीने दी जाएगी।
- इसमें पेंशन पर महंगाई के हिसाब से डियरनेस रिलीफ यानी डीआर का पैसा भी दिया जाएगा, जो ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स फॉर इंडस्ट्रियल वर्कर्स यानी की एआईसीपीआईयू के आधार पर तय होगा।
- कर्मचारी की मृत्यु होने के वक्त जो पेंशन उसे मिलती थी, उसका 60 फ़ीसदी पेंशन उसके परिवार को दिया जाएगा।
- हर कर्मचारी को सरकार उसकी 6 महीने की नौकरी पूरी करने पर उसकी सैलरी और डीए मिलकर उसका 10 फ़ीसदी पैसा रिटायरमेंट के बाद लम-सम अमाउंट तय कर देगी।